शैक्षणिक सत्र 2014 से हिन्दी विभाग की शुरूआत हुई शिक्षण सत्र 2018-19 से हिन्दी साहित्य में स्नातकोत्तर कार्यक्रम संचालित है।
स्नातक पाठयक्रम -
हिन्दी भाषा एवं हिन्दीसाहित्य
स्नातकोत्तर पाठयक्रम -
प्रथम सेमेस्टर :-आदिकाल एवं पूर्व मध्यकाल, प्रचीन एवं मध्यकालीन काव्य,आधुनिक काव्य(छायावाद एवं पूर्ववर्ती काव्य) नाटक एकांकी एवं चरितात्मक कृति।
द्वितीय सेमेस्टर :- उत्तरमध्यकाल एवं आधुनिक काल मध्यकालीन काव्य,आधुनिक काव्य 2 उपन्यास निबंधएवं कहानी ।
तृतीय सेमेस्टर :- साहित्य के सिद्धान्त तथा आलोचना शास्त्र,भाषा विज्ञान कामकाजी हिन्दी एवंपत्रकारिता, भारतीय साहित्य।
चतुर्थ सेमेस्टर :- हिन्दी आलोचना तथा समीक्षा शास्त्र,हिन्दी भाषा, मीडिया लेखन एवं अनुवाद जनपदीय भाषाऔर साहित्य (छत्तीसगढ़ी)
Mission the Department :-
1. अधुनातन पाठयक्रम एवं गंभीर अकादमिक दर्शनसमाप्त एवं संस्कृति के अंर्तसंबधों का अध्ययन करना।
2. अतंर अनुशासनिक एवं अंतर शोध के द्वाराभारतीयों के साहित्य और हिन्दी साहित्यमें नये उपागमों की पडताल करना जिससे भारत की भाषाये और संस्कृति बहुलता कीविवेचना के साथ-साथ समान भाव- भूमि की पडताल संभव हो सके।
3. प्राचीन एवं मध्यकालीन साहित्य में अनुसंधानके साथ-साथ आधुनिक एवं समकालीन साहित्य एवं भाषा विज्ञान में शोध के माध्यम सेराजनीति, सामाजिक एवंसंस्कृति चुनौतियों की पड़ताल।
4. रचनात्मक लेखन,पटकथा लेखन, अनुवाद विज्ञान एवं प्रयोजनमूलक हिन्दी के माध्यम सेविद्यार्थियों एवं शोधाथियों को कौशल संपन्न करना।
Vision the Department :-
हिन्दी हमारीसंस्कृति स्वाधीनता अर्थ और सरोकरों की भाषा हिन्दी का विकास विश्व में तेजी से होरहा है। दुनिया में 150 से भी अधिक देशो मेंहिन्दी बोलो और समझी जाती है। हमारा प्रयास है कि विभाग विद्यार्थियों के जीवन कोनए आयाम देने में सहायक हो सके। भाषा एकबडा औजार है हिन्दी भूमंडलीकरण के दौर में हिन्दी और अन्य भाषाओं की अिंस्तत्व पठनपाठन से विस्तृत भाषाओं के साथ-साथ बोलियों के संरक्षण की आवश्यकता है।